Thursday 14 May 2015

मोनो रेल की सुरक्षा पर महीने का खर्च 76 लाख

भारत की प्रथम मोनो रेल जो मुंबई में चलती है उसकी सुरक्षा पर हर महीने 76 लाख का खर्च होने की जानकारी असल्याची आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को एमएमआरडीए प्रशासन द्वारा दी गयी है वहीँ रोजाना औसतन 14282 यात्री मोनो रेल से सफर कर रहे है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने एमएमआरडीए प्रशासन से मोनो रेल की विभिन्न जानकारी मांगी थी। मोनो रेल के उप अभियंता और जन सूचना अधिकारी ने अनिल गलगली को बताया कि 2 फरवरी 2014 को मोनो रेल शुरु हुई है। कुल खर्च 2716 करोड़ अपेक्षित है और अब तक 2290 करोड़ रुपए खर्च किया गया है। मेसर्स स्कोमी इंजीनियरिंग बीएचडी, मलेशिया समूह (LTSE) और मेसर्स लार्सन एंड टुब्रो, इंडिया इन कंपनियों को 2290 करोड़ रुपए अदा किया गया है। मोनो रेल के 7 स्टेशन और डेपो सुरक्षा पर 75 लाख 96 हजार 77 रुपए हर महीने खर्च आ रहा है। इस सुरक्षा की पुरी जिम्मेदारी महाराष्ट्र स्टेट सिक्यूरिटी कॉरपोरेशन को दी गयी है। मोनो रेल के यात्री की संख्या और टिकट विक्री की जानकारी मांगने पर अनिल गलगली को बताया गया कि फरवरी 2014 से मार्च 2015 इन 14 महीनों में 59 लाख 98 हजार 069 यात्रियों ने मोनो रेल का लाभ लिया है। टिकट विक्री के जरिए 4 करोड़ 88 लाख 46 हजार 969 रुपए एमएमआरडीए प्रशासन की तिजोरी में जमा हुए है। एमएमआरडीए प्रशासन को हर एक फेरी पर 3131 रुपए का खर्च हो रहा है जबकि एक दिन में 131 से अधिक फेरी नही होती है। द्वितीय चरण का काम 81 प्रतिशत पूर्ण होने का दावा कर एमएमआरडीए ने शेष बचा हुआ काम दिसंबर 2015 तक पूर्ण होना अपेक्षित है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र भेजकर मांग की है कि मोनो रेल की सेवा सार्वजनिक यातायात व्यवस्था का ही एक हिस्सा होने से सुरक्षा शुल्क सरकार माफ कर मुफ़्त सुरक्षा सेवा मुहैया कराई तो मोनो रेल का होनेवाला घाटा कुछ कम होगा। साथ ही में मोनो रेल में अधिक मात्रा में सुरक्षा अधिकारी और कर्मचारी होने से जितनी जरुरत है उतनी ही सुरक्षा कार्यरत रखी जाए।

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