Tuesday 28 April 2015

सीताराम कुंटे से बेहतर करने का अजोय मेहता को मौका

मुंबई के नए मनपा आयुक्त अजोय मेहता को मुंबई मनपा की गिरती हुई सांख को बचाने के साथ इस शहर को कुछ नयापन देने की मुख्य चुनौती है। जो कुंटे नही कर पाए या जानबुझकर नही किया है, ऐसे कई मुद्दे पर काम कर मेहता को कुंटे से बेहतर करने का एक अच्छा मौका है। आज मुंबई मनपा में अफसरशाही हावी हैं। सड़क पर गिरता कूड़ा से लेकर नालों की सफाई और स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा का मसला गंभीर है। सबसे अमीर मनपा होते हुए भी कई मामलों में अपेक्षाकृत यश नही मिल पा रहा है। पूर्व मनपा आयुक्त सीताराम कुंटे पर ये आरोप लगता रहा हैं कि वे अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते ना नगरसेवकों का दिल जीत पाए ना मुंबईकरों को आम समस्याओं से निजात दिला पाने में सफल हुए। आज इस शहर के सामने कई प्रकार की चुनौतियां है जिसके को लेकर मेहता को काम करने की सख्त जरुरत है। हाल ही में विवादित 'डीपी' को लेकर भी अच्छा खासा बवाल है। अब नए आयुक्त को उन सभी खामियों के साथ 55 हजार से अधिक प्राप्त हुई शिकायते और सुझावों को ठिकाना लगाकर एक अच्छा और विकास की ओर लेकर जानेवाला 'डीपी' इस शहर को देना है। भ्रष्टाचार से मुक्तता और आम लोगों से मनपा को जोड़ने के लिए नई मुहिम छेड़ने की सख्त जरुरत है। मुंबई की खोदी गई सड़के, जलापुर्ती समस्या, जलजमाव, भ्रष्ट्राचार, अवैध निर्माण, अतिक्रमण और डंपिंग ग्राउंड जैसे मसले आम है। एमएमआरडीए फेम श्रीनिवास ने मनपा में भी ठेकेदारों का राज चलाने की शुरु की हुई मुहिम के तहत ही 3000 करोड़ सिर्फ सड़कों की भलाई के लिए खर्च किए जा रहे है। मेहता को इसपर कायदे से ध्यान रखने की जरूरत है ताकि हर बारिश में पोथॉल से मुंबईकरों से मुक्ति मिल सके। आज मुंबई का हर फुटपाथ अतिक्रमण से ग्रसित है। उसे फेरीवाला और अतिक्रमण से मुक्त करने की चुनौती है। मुंबई को रोजाना 4 हजार मिलियन लीटर पानी की जरुरत है। लेकिन 3350 मिलियन लीटर जलापूर्ति हो रही है। पानी की चोरी से लेकर लिकेज को रोकने की जरुरत है। इसके अलावा कई स्थानों पर मटमैल्ला पानी भी आता है और उसपर कारवाई करने पर जोर देना चाहिए। मुंबई में आज के वक्त सिर्फ 3 डंपिंग ग्राउंड है जो काफी नही है। नई मुंबई स्थित तलोजा में प्रस्तावधीन डंपिंग ग्राउंड के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज कर उसे जल्द से जल्द कारवाई करने की जरुरत है। बारिश में जमनेवाला जलजमाव से निजात पाने के लिए नए एक्शन प्लान की जरुरत है। आईआईटी से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी डिग्री और यूके से वित्त में एमबीए डिग्री हासिल करनेवाले मेहता के पास मनपा में सह आयुक्त का भी अनुभव है। नासिक मनपा आयुक्त और अहमदनगर में जिलाधिकारी के बाद महाराष्ट्र बिजली विभाग में संचालक और हाल ही में पर्यावरण के प्रधान सचिव के तौर पर कार्यरत अजोय मेहता की गिनती किसी भी तरह के दबाब में काम न करनेवालों आईएएस अधिकारियों में होती है। लेकिन मनपा में हर कोई सफल होता ही है, ऐसा भी नही है। यहां पर सैकडो अच्छे कामों पर एक छोटीसी गलती पानी फेरने के लिए काफी होती है। मनपा की अफसरशाही और नगरसेवकों का राज मनपा में आम है। ऐसे में अजोय मेहता को कुछ अलग करते हुए कुंटे से बेहतर करने का मौका है।

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